🐻 मीठू भालू और दोस्ती का तोहफ़ा
(Meethu the Bear and the Gift of Friendship)
बहुत समय पहले की बात है, एक हरे-भरे और शांत जंगल में एक नन्हा भालू अपने माता-पिता के साथ रहता था। उसका नाम था मीठू। मीठू को यह नाम इसलिए मिला था क्योंकि वह बहुत प्यारा और मीठा बोलता था। वह बहुत ही कोमल स्वभाव का था, लेकिन थोड़ा शर्मीला भी। उसे नई जगह जाना या किसी अजनबी से बात करना अच्छा नहीं लगता था।
हर दिन मीठू पास के जंगल में घूमता और अन्य जानवरों को खेलते हुए देखता। बंदर झूलते, तोते गाते, गिलहरियाँ दौड़तीं — सभी के अपने दोस्त थे। लेकिन मीठू अक्सर अकेला बैठा रहता और सोचता,
“काश, मेरे पास भी दोस्त होते। मैं भी उनके साथ हँसता, खेलता और बातें करता।”
मीठू की माँ उसे समझातीं, “बेटा, अगर तुम दूसरों से बात करोगे, मदद करोगे, तो दोस्त अपने आप बन जाएंगे।”
लेकिन मीठू हिचकिचा जाता और कहता, “माँ, अगर वो मुझसे बात ही नहीं करना चाहें तो?”
🌧️ एक दिन बदल गया सब कुछ…
एक दिन जंगल में हल्की बारिश हो रही थी। मीठू नदी किनारे टहलने गया। तभी उसे एक आवाज़ सुनाई दी —
“बचाओ! कोई है?”
मीठू दौड़कर गया और देखा कि एक छोटी-सी गिलहरी पानी में गिर गई थी और बहने ही वाली थी। बिना सोचे मीठू ने अपनी लंबी पूँछ आगे बढ़ाई और गिलहरी को बाहर खींच लिया।
गिलहरी काँप रही थी, लेकिन मीठू ने उसे पत्तों से पोंछा और कहा, “डर मत, अब तुम सुरक्षित हो।”
गिलहरी ने आँखों में आँसू भरकर कहा,
“तुमने मेरी जान बचाई। मैं चिंकी हूँ, क्या हम दोस्त बन सकते हैं?”
मीठू मुस्कराया, “हाँ, ज़रूर।”
🐰 नए दोस्त, नया जीवन
चिंकी ने मीठू को अपने बाकी दोस्तों से मिलवाया — चीकू खरगोश, मिट्ठू तोता और गुल्लू बंदर। सभी को मीठू बहुत अच्छा लगा, खासकर उसकी नम्रता और मदद करने का स्वभाव।
धीरे-धीरे मीठू अब जंगल के हर कोने में जाना-पहचाना नाम बन गया। अब वह सिर्फ अकेला नन्हा भालू नहीं था, बल्कि एक प्यारा दोस्त, जो हमेशा मुस्कराता था और जरूरतमंदों की मदद करता था।
🌪️ जंगल की बड़ी मुसीबत
एक दिन जंगल में तेज़ तूफान आया। पेड़ टूटने लगे, बारिश ने जानवरों के घर उजाड़ दिए। जानवर डर गए और मदद की पुकार लगाने लगे।
मीठू ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर सभी को एक बड़ी गुफा में ले जाकर सुरक्षित किया। गुफा में खाने-पीने का सामान पहुँचाया और बूढ़े हाथी को सहारा देकर लाया।
राजा शेर ने यह सब देखा और मीठू को सम्मानित किया। उन्होंने कहा,
“मीठू, तुमने सच्चे दोस्त की मिसाल पेश की है। तुम हमारे जंगल के हीरो हो!”
🌟 सीख (Moral):
दोस्ती के लिए दिखावे या ताकत की नहीं, दिल की ज़रूरत होती है। सच्चा मित्र वही होता है जो बिना स्वार्थ के मदद करे और दूसरों को अपनाए।