“मुझको शक्ति दो भगवान”.

मुझको शक्ति दो भगवान, पढ़ लिखकर मैं बनूँ महान्।
कभी किसी का बुरा न चाहूँ, नए काम नित करता जाऊँ।
इस जग में पहचान बनूँ मैं, भारत की इक शान बनूँ मैं।